Mauganj MP: महादेवन मंदिर की तरह क्या खजुरहन मंदिर की जमीन पर भी अतिक्रमणकारियो के मंसूबो पर चलेगा बुलडोजर।

Mauganj MP: महादेवन मंदिर की तरह क्या खजुरहन मंदिर की जमीन पर भी अतिक्रमणकारियो के मंसूबो पर चलेगा बुलडोजर।
9 दिनों से खजुरहन मंदिर की जमीन अतिक्रमण मुक्त कराने चल रहे धरने पर शासन प्रशासन और विधायक क्यों नहीं दे रहे ध्यान।
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मऊगंज जिले में दो माह पूर्व महादेवन मंदिर की जमीन पर अतिक्रमण को लेकर बड़ा बखेड़ा सामने आया था क्षेत्रीय विधायक प्रदीप पटेल सहित कई हिंदू नेताओं ने जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने पूरे सिस्टम को हिला दिया था अब इसी तरह का दूसरा मामला खजुरहन मंदिर से सामने आया है जहां मंदिर की जमीन पर अवैध अतिक्रमण किया गया है मंदिर की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने ग्रामीणों द्वारा कलेक्ट्रेट मऊगंज में विगत 9 दिनों से धरना दिया जा रहा है हालांकि धरना के तीसरे दिन क्षेत्रीय विधायक प्रदीप पटेल सहित अगस्त क्रांति के संयोजक कुंज बिहारी तिवारी और कई हिंदू नेता धरना स्थल पहुंचकर धरना दिए थे लेकिन अब इस मामले में स्थानीय लोग जिन्होंने धरना शुरू किया था वह अलग-थलग पड़ गए हैं उनका कहना है कि धरना नौ दिनों से जारी है लेकिन विधायक सहित कट्टर हिंदू नेताओं का समर्थन नहीं मिल रहा है मंदिर की जमीन अतिक्रमण मुक्त कराने जिस तरह से धरना के पहले चरण में देखा गया था अब उस तरह से विधायक सहित हिंदू नेताओं का समर्थन नहीं मिलना चर्चा का विषय बना हुआ है।
बताया जाता है कि मउगंज कलेक्टर कार्यालय के समक्ष अपने पूर्वजों के धरोहर और भगवान शिव के मंदिर को मक़बरे में तब्दील होने से बचाने के लिए लोग धरने पर बैठें है, हिंदू नेताओं द्वारा बताया गया है कि ये जमीन 1990 के दशक में कांग्रेस सरकार में जब मुस्लिम चौकीदार मृतक अजायब बक्श अंसारी, जनपद अब्दुल सत्तार अंसारी और पटवारी शहादत खान थे तब पद का दुरुपयोग करते हुए जहाँ कब्रिस्तान को 30 डिश्मिल दया दिखाकर सनातनियों ने दिया था उसमे फेरबदल कर 15 डिश्मिल मंदिर की परिक्रमा को दिया और 4 डिश्मिल सड़क के लिए देकर बाकी जमीन क़ब्रिस्तान और वक़्क़फ़ बोर्ड के नाम कर दिया गया था।